भारत सरकार के सचिवों ने प्रधानमंत्री को चेताया । मुफ़्तखोरी की व्यवस्था राज्यों को करेगी दिवालिया । क्या वाक़ई चुनाव जीतने के मुफ़्त हथकंडे देश को बर्बाद कर रहे हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में प्रो अरुण कुमार, प्रो संतोष मेहरोत्रा और राजेश महापात्र ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।