इस गुस्ताख़ को तो कड़ी सज़ा मिलनी ही चाहिए मी लॉर्डवीडियो|आलोक जोशी |25 Aug, 2020प्रशांत भूषण ने फिर माफ़ी मांगने से किया इनकार! सुप्रीम कोर्ट का दिया वक्त पूरा हुआ। मंगलवार को होना है सज़ा का एलान। आलोक जोशी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के मामले में प्रशांत भूषण को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए।Alok JoshiPrashant Bhushan contempt caseसत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करेंआलोक जोशीलेखक सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक हैंआलोक जोशी की और स्टोरी पढ़ेंसावरकर को गाँधी की हत्या मामले में क्यों नहीं हुई थी सज़ा?पिछली स्टोरी तब्लीग़ी जमात: सरकार और मीडिया को शर्मसार करता है बॉम्बे हाई कोर्ट का फ़ैसलाअगली स्टोरी