एक साल में भी नहीं मिल पाया टुकड़े टुकड़े गैंग? तमाम तस्वीरों और गवाहों के बावजूद मामला ठंडे बस्ते में क्यों? न कोई चार्जशीट, न गिरफ़्तारी? गृहमंत्री अमित शाह की दिल्ली पुलिस आख़िर कर क्या रही है?
एक साल में भी नहीं मिल पाया टुकड़े टुकड़े गैंग? तमाम तस्वीरों और गवाहों के बावजूद मामला ठंडे बस्ते में क्यों? न कोई चार्जशीट, न गिरफ़्तारी? गृहमंत्री अमित शाह की दिल्ली पुलिस आख़िर कर क्या रही है?