शराब घोटाले में ED का फ़र्ज़ीवाडा पकड़ा गया । के कविता को ज़मानत देते समय कोर्ट ने ED को बेनक़ाब कर दिया । कहा आप इस तरह से किसी को मनमाने तरह से नहीं पकड़ सकते । और किसी का क़बूलनामा अदालत में सबूत नहीं बन सकता । आशुतोष ने सुप्रीम कोर्ट के वकील राकेश सिन्हा से बात की ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।