तीस्ता सीतलवाड़ को सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद गुजरात पुलिस ने गिरफ़्तार किया । वो लगातार गुजरात दंगों के पीड़ितों को इंसाफ़ दिलाने की लड़ाई लड़ रही है । लेकिन बीजेपी का आरोप है कि वो गुजरात और हिंदुत्व को बदनाम कर रही है । 70 दिन जेल में रहने के बाद उन्हें ज़मानत मिली । आशुतोष ने तीस्ता से की बेबाक़ बातचीत ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।