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काशीपुर: महिला की मौत पर बवाल, उत्तराखंड-यूपी पुलिस आमने-सामने

उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में बुधवार शाम को बीजेपी नेता की पत्नी की मौत के बाद बवाल हो गया। मामला यह है कि काशीपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव में उत्तर प्रदेश की ठाकुरद्वारा पुलिस सादी वर्दी में खनन माफिया जफर की गिरफ्तारी के लिए  पहुंची थी। खबरों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस को सूचना मिली थी कि 50,000 का इनामी बदमाश जफर जसपुर के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख और बीजेपी नेता गुरताज भुल्लर के घर छिपा है। 

उत्तर प्रदेश पुलिस ने जब आरोपी की तलाश शुरू की तो इस दौरान उसका गुरताज भुल्लर के समर्थकों के साथ विवाद हो गया और यह इतना बढ़ गया कि फायरिंग की नौबत आ गई। 

दैनिक जागरण के मुताबिक, इसी दौरान एक गोली गुरताज की पत्नी गुरप्रीत कौर को लग गई। गुरप्रीत को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद गुरताज भुल्लर ने अपने समर्थकों के साथ जबरदस्त जाम लगा दिया और यह कई घंटों तक चला। 

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बीजेपी नेता भुल्लर का कहना है कि वह अपनी पत्नी की मौत के मामले में सीबीआई जांच चाहते हैं और इस मामले में कोई कोई बड़ी साजिश की गई है। 

उधम सिंह नगर जिले की एसएससी मंजूनाथ टीसी ने दैनिक जागरण को बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने दबिश के संबंध में स्थानीय पुलिस को साथ नहीं लिया था। मृतका के पति की ओर से दी गई तहरीर के बाद उत्तर प्रदेश की ठाकुरद्वारा पुलिस के 10 से 12 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित आईपीसी की तमाम धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 

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यूपी पुलिस के हथियार छीने

एनडीटीवी के मुताबिक, मुरादाबाद के डीआईजी शलभ माथुर ने कहा कि जफर नाम का अपराधी भरतपुर गांव से भाग गया था और जब उत्तर प्रदेश की पुलिस टीम उसे पकड़ने के लिए पहुंची तो पुलिस के जवानों को बंधक बना लिया गया और उनके हथियारों को छीन लिया गया। उन्होंने कहा कि इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस के 5 जवान घायल हुए हैं।

मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने दैनिक जागरण को बताया कि आरोपियों ने फायरिंग कर जफर को छुड़ा लिया और दारोगा को बंधक बनाकर उसका हाथ तोड़ दिया। 

गुरताज भुल्लर की पत्नी की मौत के बाद बीजेपी के तमाम नेता सड़क पर आ गए और उन्होंने जाम लगा दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर नारेबाजी की। पुलिस अफसरों के घंटों तक समझाने के बाद जाम खोला गया लेकिन तब तक वाहनों की लंबी कतार लग चुकी थी। 

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क़मर वहीद नक़वी
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