कानपुर के बिकरू गाँव में आठ पुलिस वालों की हत्या करने वाले विकास दुबे और उसके पाँच साथियों के एनकाउंटर के बाद भी यूपी पुलिस लगातार सवालों के घेरे में आ रही है। पुलिस ने बिकरू गाँव में लूटे गए हथियार बरामद करने का दावा किया और इस पर भी सवाल खड़े हो गए। इससे ठीक एक दिन पहले पुलिस ने मुंबई में पकड़े गए विकास के दो साथियों को वारदात में शामिल न होने की बात कहते हुए क्लीनचिट दी थी और सवाल खड़े होते ही उन्हें फिर से वांछित बताते हुए रिमांड पर ले लिया।
विकास दुबे केस: पुलिस ने पहले घर गिराया, अब वहीं से हथियार बरामद दिखाया
- उत्तर प्रदेश
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- 14 Jul, 2020

आठ पुलिस वालों की हत्या करने वाले विकास दुबे और उसके पाँच साथियों के एनकाउंटर के बाद बिकरू गाँव में लूटे गए हथियार बरामद करने के पुलिस के दावे पर भी सवाल खड़े हो गए।
विकास दुबे के एक अहम साथी अमर दुबे को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था और उसकी 9 दिन की ब्याहता खुशी को साज़िश में शामिल बता जेल भेज दिया था। काफ़ी थू-थू के बाद पुलिस ने उसे भी क्लीनचिट देते हुए अब उसकी रिहाई की पैरवी शुरू कर दी है। बिकरू कांड के बाद पुलिस के ज़्यादातर एनकाउंटर, यहाँ तक कि विकास का भी, संदेह के घेरे में हैं। प्रदेश सरकार ने तमाम आरोप लगने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय के रिटायर्ड जस्टिस शशिकांत अग्रवाल की अध्यक्षता में जाँच कमेटी गठित कर दी है। इससे पहले योगी सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय एसआईटी गठित कर उसे 31 जुलाई तक मामले की रिपोर्ट देने को कहा है।