उत्तर प्रदेश में बीजेपी की भारी जीत और मायावती की बीएसपी के पतन के बाद सबसे बड़ा सवाल तो सामाजिक न्याय की लड़ाई और दलित वोटों पर होगा। मायावती की तुलना अब यूपी में कांग्रेस से होने लगी है। बीएसपी का वोट घटकर 12 प्रतिशत तक आ गया है। उनका ज़्यादातर वोट खिसक कर बीजेपी के पास चला गया तो साफ़ है कि अब दलित वोट और उनके सामाजिक न्याय की लड़ाई सीधे कमजोर हो जायेगी।