क्या जीत का जश्न मनाना गुनाह है? यदि नहीं तो दिल्ली में आप विधायक अमानतुल्ला ख़ान की जीत की ख़ुशी मना रहे उनके रिश्तेदारों को पुलिस ने क्यों पीटा? क्यों लड़की को घसीटा गया, धक्का दिया गया और गालियाँ दी गईं? यहाँ तक कि एफ़आईआर भी दर्ज की गई है?