क्या जीत का जश्न मनाना गुनाह है? यदि नहीं तो दिल्ली में आप विधायक अमानतुल्ला ख़ान की जीत की ख़ुशी मना रहे उनके रिश्तेदारों को पुलिस ने क्यों पीटा? क्यों लड़की को घसीटा गया, धक्का दिया गया और गालियाँ दी गईं? यहाँ तक कि एफ़आईआर भी दर्ज की गई है?
अमानतुल्ला की जीत का जश्न मनाते संबंधियों पर योगी की पुलिस की बर्बरता क्यों?
- उत्तर प्रदेश
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- 13 Feb, 2020
क्या जीत का जश्न मनाना गुनाह है? यदि नहीं तो दिल्ली में आप विधायक अमानतु्ल्ला ख़ान की जीत की ख़ुशी मना रहे उनके रिश्तेदारों को पुलिस ने क्यों पीटा? क्यों लड़की को घसीटा गया, धक्का दिया गया और गालियाँ दी गईं?

यह घटना घटी विधायक अमानतुल्ला ख़ान के मूल गाँव मेरठ ज़िले के अगवानपुर गाँव में। जब मंगलवार शाम को दिल्ली की ओखला विधानसभा सीट पर अमानतुल्ला ख़ान की रिकॉर्ड 71 हज़ार से ज़्यादा वोटों से जीत की घोषणा हुई तो उनके रिश्तेदारों ने अगवानपुर गाँव में मिठाइयाँ बाँटनी शुरू कर दीं। तभी परीक्षितगढ़ थाने की पुलिस पहुँच गई। उन्होंने विधायक के रिश्तेदारों को तितर-बितर करने के लिए कथित रूप से लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने कथित रूप से लड़कियों से दुर्व्यवहार किया और क़रीब घंटे भर सड़क पर चलाया।