बेहद लोकप्रिय शायर लेकिन कई मामलों में कई बार चर्चित रहे मुनव्वर राणा पर एक बार फिर विवाद गर्माया हुआ है। उनके बेटे तबरेज़ को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
टेलीविज़न न्यूज़ चैनल 'आजतक' के अनुसार, तबरेज़ राणा को उनके लखनऊ आवास से गिरफ़्तार किया गया है। उन पर ख़ुद पर गोली चलवाने का आरोप है। रायबरेली के थाना कोतवाली में दर्ज एक मामले में तबरेज़ राणा को गिरफ़्तार किया गया है।
पुलिस ने तबरेज पर हुई गोलीबारी के मामले में चार लोगों को गिरफ़्तार किया था। ये हैं- हक़ीम, सुलतान, सत्येंद्र तिवारी और शुभम सरकार। पुलिस के मुताबिक़, गिरफ़्तार लोगों ने कहा कि तबरेज़ ने ख़ुद पर गोलियाँ चलवाई थीं।
पुलिस का यह भी कहना है कि एक सीसीटीवी फुटेज़ में तबरेज़ इन लोगों के साथ दिख रहे हैं।
निशाने पर मुनव्वर राणा
पिछले कुछ समय से मुनव्वर राणा बीजेपी के निशाने पर हैं और पार्टी के कई नेताओं ने उन पर हमले किए हैं।
राणा के इस बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा था कि जो लोग यह बात कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश छोड़ना होगा, निश्चित रूप से ऐसा वक़्त उन सारे लोगों के लिए आ गया है जो देश को फिर से बांटने की साज़िश में शामिल थे।
शुक्ला ने कहा था कि 1947 में जो मुसलमान इस साज़िश के तहत भारत में रुके थे कि भारत को फिर से बांटेंगे और इसके टुकड़े करेंगे, उन्हीं में से मुनव्वर राणा भी एक हैं।
शुक्ला ने आगे कहा कि मुनव्वर राणा और उनके परिवार के बयानों को हम जानते हैं और निश्चित रूप से वे लोग एनकाउंटर में मारे जाएंगे, जो भारतीयों के ख़िलाफ़ खड़े होंगे, चाहे वे कोई भी हों।
वैसे, बीजेपी के किसी नेता की ओर से इस तरह का बयान आना कोई हैरानी पैदा नहीं करता है। गिरिराज सिंह से लेकर योगी आदित्यनाथ तक तमाम नेता ऐसे हैं, जिन्होंने मुसलमानों को लेकर इस तरह के विवादित बयान दिए हैं।
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