उत्तर प्रदेश में बीते 15 दिनों के भीतर आधा दर्जन ज़िलों में दर्जन भर पत्रकारों पर पुलिस ने मुक़दमे दर्ज कर दिए हैं। कई ज़िलों में पत्रकारों को संगीन धाराओं में अभियुक्त बना दिया गया है तो कई जगहों पर आम लोगों के हित में और सरकारी गड़बड़ी के ख़िलाफ़ ख़बरें छापने-दिखाने पर मुक़दमे लाद दिए गए हैं। मेरठ, अलीगढ़, बिजनौर, मिर्ज़ापुर, आजमगढ़ से लेकर लखनऊ तक में पत्रकारों पर योगी सरकार के अधिकारियों का कहर टूट रहा है। पत्रकारों के उत्पीड़न को लेकर प्रदेश सरकार से लेकर ज़िला प्रशासन तक कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पत्रकार संगठन भी ज़्यादातर मामलों में चुप्पी साधे बैठे हैं।