यूपी बोर्ड पेपर लीक का खुलासा करने वाले पत्रकार दिग्विजय सिंह को गिरफ़्तार क्यों किया गया और जेल भेजे जाने से पहले के उनके तेवर की सोशल मीडिया पर तारीफ़ क्यों हो रही है?
अब क्या रिपोर्टिंग करने पर धमकाया जा रहा है? वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने ऐसा ही आरोप लगाया है। उन्होंने यह आरोप तब लगाया जब उन्नाव मामले में रिपोर्टिंग के लिए बरखा दत्त की 'मोजो स्टोरी' पर एफ़आईआर दर्ज की गई है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में तीन पत्रकारों पर इसलिए एफ़आईआर दर्ज की गई है क्योंकि उन्होंने ठंड में ठिठुरते स्कूली बच्चों से योगा कराने पर एक ख़बर प्रकाशित की थी।
उत्तर प्रदेश में बीते 15 दिनों के भीतर आधा दर्जन ज़िलों में दर्जन भर पत्रकारों पर पुलिस ने मुक़दमे दर्ज कर दिए हैं। ये रिपोर्टें सरकारी कर्मियों की गड़बड़ियों को उजागर करने वाले पत्रकारों के ख़िलाफ़ क्यों है?