उत्तर प्रदेश में 'लव जिहाद' यानी ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण क़ानून के दो अलग-अलग चेहरे दिखने लगे हैं। इस क़ानून के बाद 12 घंटे के अंतराल में दो केस दर्ज कराए गए। एक केस में लड़के को जेल भेजा और लड़की को अलग कर राजकीय संरक्षण गृह में रखा गया। जबकि दूसरे केस में लड़के की गिरफ़्तारी नहीं हुई और लड़की को भी पुलिस ने लड़के के पास भेज दिया। दोनों मामलों में जो सबसे बड़ा अंतर है वह यह है कि पहले मामले में लड़की हिंदू और लड़का मुसलिम जबकि दूसरे मामले में लड़की मुसलिम और लड़का हिंदू हैं।
यूपी- लव जिहाद: एक केस में जेल तो दूसरे में पुलिस संरक्षण!
- उत्तर प्रदेश
- |
- 8 Dec, 2020
उत्तर प्रदेश में 'लव जिहाद' यानी ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण क़ानून के दो अलग-अलग चेहरे दिखने लगे हैं। इस क़ानून के बाद 12 घंटे के अंतराल में दो केस दर्ज कराए गए। एक केस में लड़के को जेल भेजा और लड़की को अलग कर सरकार के संरक्षण में रखा गया।

योगी सरकार द्वारा जिस तरह से 'लव जिहाद' का हो हल्ला मचाया जाता रहा है और जिस तरह से चुनिंदा कार्रवाई किए जाने की आशंका जताई जाती रही है अब ऐसा होता दिखने भी लगा है। जब से 28 नवंबर को ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण अध्यादेश आया है तब से इस पर सवाल उठता रहा है।