पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए एक हादसे में ट्रक चालक ने सात कांवड़ियों को कुचल दिया। इसमें से छह की मौत हो गई जबकि सातवें कांवड़िए को भी काफी चोट आई है और उसका आगरा के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। ट्रक के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह सभी कांवड़िए ग्वालियर के रहने वाले हैं।
बताना होगा कि इन दिनों सावन का महीना चल रहा है और इस महीने में भगवान शिव के भक्त बड़ी संख्या में हरिद्वार से जल लाते हैं और अपने इलाकों में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।
कोरोना की वजह से बीते 2 सालों से कांवड़ यात्रा नहीं हो सकी थी इसलिए इस बार कांवड़ियों में विशेष उत्साह है और बड़ी संख्या में कांवड़िये तमाम राज्यों से कांवड़ लेकर निकले हैं।
यह हादसा शुक्रवार रात 1:30 बजे चंदपा इलाके में हुआ। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार वैद्य ने बताया कि कांवड़िए एक ढाबे में आराम करने और चाय-नाश्ते के लिए रुके थे। इसके बाद जैसे ही उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की पीछे से आए एक ट्रक ने उन्हें कुचल दिया।
इस ट्रक ड्राइवर को आगरा के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। कांवड़ियों के साथ इस तरह की दुर्घटनाएं सावन महीने में लगातार सामने आती रहती हैं। कुछ दिन पहले ग्रेटर नोएडा में 75 साल के एक बुजुर्ग कांवड़िए को भी सड़क पार करते वक्त किसी वाहन ने कुचल दिया था जिससे उनकी मौत हो गई थी।
उधर, कांवड़ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाली शराब और मांस की दुकानों को यूपी, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड में बंद करा दिया गया है।
मांस और शराब की दुकान चलाने वाले कारोबारियों का कहना है कि इससे उन्हें बड़ा नुकसान होगा लेकिन आदेश का पालन करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। करीब 13-14 दिन ऐसी सभी दुकानें बंद रहेंगी। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश, राजस्थान से विशेषकर कांवड़िए हरिद्वार और ऋषिकेश जाते हैं।
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