नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शनों के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस पर कार्रवाई के नाम पर बर्बरता करने, मुसलिम समुदाय के घरों में घुसकर उन्हें बेरहमी से पीटने के आरोप लगे हैं। अंग्रेजी अख़बार ‘द टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ के मुताबिक़, फिरोज़ाबाद में तो पुलिसकर्मी आगजनी करने वाली, तोड़फोड़ करने वाली और इस क़ानून के विरोध में प्रदर्शन करने वाले लोगों पर पत्थर फेंकने वाली भीड़ के साथ खड़े दिखे हैं।
नागरिकता क़ानून: यूपी में दंगों की एफ़आईआर लंबी-चौड़ी, हत्या की सिर्फ़ एक पैरे की
- उत्तर प्रदेश
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- 2 Jan, 2020
नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शनों के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस पर कार्रवाई के नाम पर बर्बरता करने, मुसलिम समुदाय के घरों में घुसकर उन्हें बेरहमी से पीटने के आरोप लगे हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस के कामकाज के 'ढंग' को दिखाने वाली एक और ख़बर अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने छापी है। इस ख़बर से पता चलता है कि पुलिस ने नागरिकता संशोधन क़ानून के बाद दंगों से संबंधित एफ़आईआर को ख़ूब बढ़ा-चढ़ाकर लिखा है, ख़ुद को क्लीन चिट भी दी है लेकिन एक युवक की हत्या की एफ़आईआर को सिर्फ़ एक पैरे में समेट दिया है।