अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक यानी प्रमुख मोहन भागवत ने लाल कृष्ण आडवाणी के योगदान को याद किया।
इस कार्यक्रम में पहले तो आडवाणी को न्योता ही नहीं गया, बाद उन्हें फ़ोन पर निमंत्रण दिया गया। आडवाणी इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं हैं, समझा जाता है कि वह अपने घर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए इस कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं।
आडवाणी का योगदान
भागवत ने कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी इस कार्यक्रम में भाग नहीं ले सके, वह घर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यह देख रहे हैं। भागवत ने कहा कि कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें कोरोना के दिशा-निर्देश के कारण निमंत्रण नहीं दिया जा सका। कई लोग निमंत्रण के बावजूद उपस्थित नहीं हो सके।
भागवत ने कहा कि इस मंदिर के निर्माण का महत्व यह नहीं है कि एक और राम मंदिर बन गया, बल्कि हर व्यक्ति के हृदय के अंदर राम मंदिर बनना चाहिए, राम का वास होना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'जैसे-जैसे मंदिर बनेगा, राम की अयोध्या भी बननी चाहिए। हमारे मन में जो मंदिर बनना चाहिए और कपट को छोड़ना चाहिए।'
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