फिल्म अभिनेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर भी कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं। राज बब्बर के समाजवादी पार्टी में घर वापसी की अटकलें मीडिया में जोर-शोर से चल रही हैं। राज बब्बर ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण दिए जाने पर कांग्रेस में चल रहे झगड़े पर भी प्रतिक्रिया दी है।
अगर राज बब्बर पार्टी छोड़ते हैं तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को कुछ ही दिनों के भीतर यह एक और झटका होगा। चंद दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी और बीजेपी का हाथ पकड़ लिया था।
राज बब्बर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
इस तरह की चर्चा है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज बब्बर से बात की है और यह अभिनेता जल्द ही घर वापसी कर सकते हैं।
राज बब्बर ने गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण सम्मान मिलने पर बधाई दी है और कहा है कि अवार्ड की अहमियत तब है जब विरोधी पक्ष किसी नेता की उपलब्धियों को सम्मान दे, अपनी सरकार में तो कोई भी ख्वाहिश पूरी कर सकते हैं लोग।
उन्होंने लिखा है कि पद्म भूषण को लेकर जारी बहस उनके हिसाब से गैर जरूरी है। बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने आजाद को पद्मभूषण मिलने पर इशारों-इशारों में तंज कसा था जबकि वरिष्ठ नेता डॉक्टर कर्ण सिंह, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा सहित कई नेताओं ने उन्हें बधाई दी है।
राज बब्बर 1980 के आखिर में राजनीति में आए थे और जनता दल से उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। बाद में वह समाजवादी पार्टी में आ गए थे। उन्होंने 1999 और 2004 में आगरा से लोकसभा का चुनाव जीता था लेकिन 2006 में उन्हें समाजवादी पार्टी ने निलंबित कर दिया था।
2 साल बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2009 में राज बब्बर ने फिरोजाबाद का उप चुनाव जीता था लेकिन 2014 और 2019 में वे लोकसभा चुनाव हार गए थे। राज बब्बर का नाम कांग्रेस ने बीते सोमवार को अपने स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया था।
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