मथुरा पुलिस ने एक मंदिर में नमाज़ अदा करने के कारण फ़ैज़ल ख़ान नामक एक आदमी को गिरफ़्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है और उसके तीन साथियों की पहचान की जा चुकी है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप के वायरल होने के बाद मथुरा पुलिस सक्रिय हुई और उसने उसमें नमाज़ पढ़ते दिख रहे लोगों की तलाश शुरू की। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, गिरफ़्तार व्यक्ति फ़ैजल ख़ान के साथी चाँद मोहम्मद, आलोक रतन और नीलेश गुप्ता की तलाश पुलिस कर रही है। मथुरा के पुलिस सुपरिटेंडेंट (ग्रामीण) श्रीष चंद्र ने इसकी पुष्टि कर दी है।
एफ़आईआर
उत्तर प्रदेश के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यह दो समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने की कोशिश है और दोषी लोगों को बख़्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने एफ़आईआर में कहा है कि ये लोग दिल्ली स्थित संस्था खुदाई खिदमतगार के सदस्य हैं। वे मथुरा के नंद बाबा मंदिर गए और वहां नमाज पढ़ी। मंदिर के पुजारी कान्हा गोस्वामी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि फ़ैजल ख़ान ने उनके सामने रामचरित मानस की कुछ लाइनें पढ़ीं और कुछ साधुओं की तसवीरें दिखाईं। उन्होंने पुजारी से कहा कि वे ब्रज की 84 कोस परिक्रमा कर रहे हैं।
विदेशी साजिश?
बाद में फ़ैजल और चाँद मुहम्मद ने मंदिर परिसर में एक सुनसान जगह पर नमाज पढ़ी। पुजारी ने कहा कि उन लोगों के मंदिर परिसर में प्रवेश करने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, पर उन्होंने मंदिर की पवित्रता नष्ट की है। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने के अध्यक्ष महेश पाठक ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि यह जघन्य अपराध है क्योंकि इसके जरिए दो समुदायों के बीच सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश की गई है। पाठक ने कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
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