नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश में हुए प्रदर्शनों में पुलिस की कार्रवाई पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस पर आरोप लगे हैं कि उसने मुसलिम समुदाय के लोगों को घरों में घुसकर बेरहमी से पीटा है। मुज़फ्फरनगर में भी इस क़ानून के विरोध में 20 दिसंबर को हुए प्रदर्शनों को लेकर पुलिस ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों के पास हथियार थे और ये लोग दंगे और आगजनी में शामिल थे।