बिहार के बक्सर में जब सबसे पहले क़रीब 40-45 शवों के गंगा में तैरते मिलने की ख़बर आई थी तो कोरोना संकट की एक भयानक तसवीर दिखी। फिर बिहार के साथ ही यूपी में कई जगहों से दर्जनों शव मिलने की ख़बरें आती रहीं। लेकिन अब यूपी से बेहद विचलित करने वाली एक रिपोर्ट सामने आई है। 'दैनिक भास्कर' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यूपी में 27 ज़िलों में 1140 किलोमीटर की दूरी में गंगा किनारे 2 हज़ार से ज़्यादा शव मिले हैं। ये शव गंगा किनारे कहीं पानी में तैरते मिले तो कहीं रेतों में दफनाए हुए।
यूपी में गंगा किनारे मिलीं 2 हज़ार से ज़्यादा लाशें: रिपोर्ट
- उत्तर प्रदेश
- |
- 14 May, 2021
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यूपी में 27 ज़िलों में 1140 किलोमीटर गंगा किनारे 2 हज़ार से ज़्यादा शव मिले हैं। ये शव गंगा किनारे कहीं पानी में तैरते मिले तो कहीं रेतों में दफनाए हुए।

इतनी बड़ी संख्या में शवों के मिलने से सवाल खड़े होते हैं कि आख़िर ये शव गंगा नदी में क्यों बहाए जा रहे हैं? क्या कोरोना संक्रमित लोगों की मौत के बाद उन्हें बहा दिया गया है? इन शवों को परिजनों ने गंगा में बहाया है या फिर प्रशासन ने? क्या श्मशान घाटों में लकड़ी की कमी हो गई है? या ग़रीब पैसे की कमी के कारण लकड़ियाँ नहीं खरीद पा रहे और इस कारण शव ऐसे फेंके जा रहे हैं? संभव है कि ये सभी कारण सही हों।