उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से कानपुर के बिकरू कांड की याद ताजा हो गयी है। मंगलवार देर शाम कासगंज जिले में शराब माफिया ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। माफिया के गुर्गों ने दबिश देने गयी पुलिस की टीम को खदेड़ते हुए सिपाही की सरेआम हत्या कर दी तो दारोगा को बुरी तरह से पीटकर गंभीर हालत में खेतों में फेंक दिया। दारोगा को ईलाज के लिए अलीगढ़ भेजा गया है।
घटना की जानकारी मिलने पर एडीजी, आईजी समेत दर्जनों बड़े अफसरों ने कासगंज में डेरा डाल दिया है। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बुधवार तड़के मुठभेड़ में माफिया के भाई एलकार धीमर को मार गिराया और इलाके में धधक रही सैकड़ों अवैध शराब की भट्ठियों को तोड़ डाला।
घात लगाकर किया हमला
यूपी के कासगंज जिले के सिढ़पुरा थाने के नगला धीमर गांव में गंगा किनारे अवैध शराब की भट्ठियां चलने की सूचना पर पुलिस दबिश मारने गयी थी। लेकिन इलाके के शराब माफियाओं ने एकजुट होकर पुलिस वालों को घेर कर हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक़ शराब माफिया मोती धीमर एक मामले में वारंटी था जिसे पकड़ने टीम गयी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम को माफिया के गुर्गों ने बंधक बना लिया और जमकर मारपीट की। दारोगा अशोक कुमार पाल व सिपाही देवेंद्र सिंह को पकड़ लिया जबकि बाकी पुलिस वाले भाग खड़े हुए। बाद में दारोगा अशोक लहुलुहान हालात में खेतों में मिले जबकि सिपाही देवेंद्र की लाश मिली। घटनास्थल पर कई जगहों पर खून बिखरा हुआ है और गांव के ज्यादातर लोग भाग गए हैं। दारोगा पर भालों से हमला किया गया और उसकी हालात गंभीर बनी हुई है।
माफिया का भाई ढेर
पुलिस पर हमले की खबर लगते ही राजधानी लखनऊ से लेकर प्रदेश भर के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आगरा) अजय आनंद सहित आईजी जोन व अन्य बड़े अधिकारियों को पहुंचने के लिए कहा। रात में बड़ी तादाद में पुलिस ने मोर्चा संभाला और मुठभेड़ में शराब माफिया मोती धीमर के भाई एलकार धीमर को ढेर कर दिया। एलकार धीमर पर कई मुकदमे दर्ज थे और वह भी वांछित था।
एडीजी अजय आनंद ने बताया कि आधा दर्जन अपराधियों ने पुलिस पर हमला किया था और मोती धीमर सिढ़पुरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है जिस पर 11 मुकदमे दर्ज हैं। मोती अब तक फरार है। शराब माफिया के भाई के साथ मुठभेड़ काली नदी की कटरी में हुई।
मुआवजे का किया एलान
कासगंज की घटना पर सख्त रवैया अपनाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कठोर कार्रवाई करने को कहा और सभी आरोपियों पर एनएसए लगाने के आदेश दिए। योगी ने मृतक सिपाही के आश्रितों को 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने का भी एलान किया। उन्होंने घायल दारोगा के समुचित इलाज के भी निर्देश दिए।
यूपी में शराब माफिया बेखौफ
उत्तर प्रदेश में बीते एक साल में अवैध शराब से होने वाली मौतों की खासी तादाद रही है। प्रदेश में बाराबंकी, आजमगढ़ सहित कई जिलों में जहरीली शराब पीने से दर्जनों मौतें हो चुकी हैं। अवैध शराब पर लगाम लगाने के लिए कानून में संशोधन भी किया गया और पुलिस सहित आबकारी अधिकारियों के अधिकार भी बढ़ाए गए हैं। हालांकि इस सबके बाद भी अवैध शराब के धंधे पर लगाम लगती नहीं दिख रही है। इलाहाबाद, प्रतापगढ़ के बाद अब कासगंज में अवैध शराब के कारोबारियों ने पुलिस पर हमला किया है।
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