आरक्षण को लेकर ताने और गालियों से इतना प्रताड़िता किया गया कि एक ग्राम विकास अधिकारी ने आत्महत्या कर ली। उनके पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उन्होंने आरक्षण के नाम पर बार-बार प्रताड़ित किए जाने और गालियाँ दिए जाने का आरोप लगाया है। यह मामला लखीमपुर खीरी ज़िले के विकासखंड कुंभी में तैनात ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार से जुड़ा है। वह छाउच्छ के शिवसागर कॉलोनी में रहते थे। उन्होंने इस नोट में किसान यूनियन अध्यक्ष, प्रधान सहित कई लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
आरक्षण पर इतना प्रताड़ित किया कि अधिकारी ने कर ली आत्महत्या
- उत्तर प्रदेश
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- 6 Sep, 2019
आरक्षण को लेकर ताने और गालियों से इतना प्रताड़िता किया गया कि एक ग्राम विकास अधिकारी ने आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उन्होंने आरक्षण के नाम पर बार-बार प्रताड़ित किए जाने और गालियाँ दिए जाने का आरोप लगाया है।

यह काफ़ी गंभीर मामला है कि आरक्षण के नाम पर किसी को इस हद तक प्रताड़ित किया जाए कि वह आत्महत्या कर ले। हर रोज़ ऐसी प्रताड़ना की ख़बरें आती रहती हैं जिसमें आरक्षित वर्ग से आने वाले को ताना दिया जाता है। सोशल मीडिया पर तो ऐसे मैसेजों की बाढ़ आई हुई दिखती है। अक्सर ऐसा जातिगत मामलों में भी देखा जाता है। ख़ासकर दलितों के साथ।