क्या छोटे दलों के साथ गठबंधन करना ही प्रियंका गाँधी की चुनावी रणनीति है? कम से कम हाल के उनके क़दमों से तो यही लगता है। पिछड़ों में अपनी पैठ रखने वाले महान दल के संस्थापक केशवदेव मौर्य को प्रियंका अपने पाले में ला चुकी हैं। हाल ही में सपा से अलग होकर प्रगतिशील लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी बनाने वाले शिवपाल यादव से बुधवार को प्रियंका ने ख़ुद फ़ोन कर हालचाल जाना।