विकास दुबे के एनकांउटर को लेकर कांग्रेस योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी शासन में ‘उत्तर प्रदेश’ अब ‘अपराध प्रदेश’ बन गया है। सुरजेवाला ने कहा कि विकास दुबे संगठित अपराध का एक मोहरा था। उन्होंने सवाल उठाया कि उस संगठित अपराध के सरगना असल में कौन हैं?
सुरेजवाला ने योगी आदित्यनाथ सरकार के सामने सवालों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने पूछा, ‘क्या विकास दुबे सफेदपोशों और शासन में बैठे लोगों का राजदार था। क्या उसे सत्ता-शासन में बैठे व्यक्तियों का संरक्षण था। विकास दुबे का नाम उत्तर प्रदेश के 25 मोस्ट वांटेड अपराधियों में शामिल क्यों नहीं किया गया था?’
कांग्रेस प्रवक्ता ने पूछा, ‘अगर दुबे को भागना ही था, तो फिर उसने उज्जैन में तथाकथित सरेंडर क्यों किया, एनकाउंटर से पहले मीडिया के लोगों की गाड़ी को क्यों रोक दिया गया। दुबे को चार्टर प्लेन में लाने का फ़ैसला क्यों बदल दिया गया। विकास दुबे भाग रहा था तो गोली उसकी पीठ के बजाय छाती में कैसे लगी।’
सुरजेवाला ने कहा, ‘बीजेपी शासन में उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध, नाज़ायज हथियार, हत्या, बलात्कार, डकैती, अपहरण, महिला अपराध का बोलबाला है और ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था अपराधियों की ‘दासी’ व अपराधों की ‘बंधक’ बन गई है।’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अपराध के लगभग हर पायदान पर उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या विकास दुबे के एनकाउंटर की आड़ में राज़ खुलने के डर से नामदार असरदारों ने “सच का एनकाउंटर” कर डाला?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी योगी सरकार से तीख़े सवाल पूछे हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर इशारों-इशारों में अपनी बात कही है। राहुल ने शुक्रवार को ट्वीट किया है - ‘कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।’
शायद राहुल गांधी का इशारा इस ओर है कि अगर विकास दुबे से पूछताछ की जाती तो न जाने कितने सफेदपोश लोगों का सच सामने आ जाता। इस बात की आशंका विकास की गिरफ़्तारी के बाद से ही लगाई जा रही थी कि उसका एनकाउंटर हो सकता है क्योंकि पूछताछ में वह कई राज उगल सकता था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मामले में ट्वीट कर योगी सरकार को निशाने पर लिया है। प्रियंका ने शुक्रवार को कहा, ‘उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है और कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई।’
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं, ये सच सामने आना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जाँच कराई जानी चाहिए।
अपनी राय बतायें