अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में सीबीआई ने एफ़आईआर दर्ज कर ली है। इसके साथ ही इसने यूपी पुलिस से इस केस को अपने हाथ में ले लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सीबीआई जाँच की सिफारिश किए जाने के बाद इसकी मंजूरी मिल चुकी है और एजेंसी ने जाँच भी शुरू कर दी है। इससे पहले योगी सरकार ने 18 सदस्यीय एसआईटी जाँच का गठन किया था। महंत की मौत के बाद कथित सुसाइड नोट मिलने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके दो क़रीबी शिष्यों सहित तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है।
महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में सीबीआई ने दर्ज की एफ़आईआर
- उत्तर प्रदेश
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- 24 Sep, 2021
केंद्रीय जाँच ब्यूरो यानी सीबीआई क्या इस रहस्य का पता लगा पाएगी कि कथित सुसाइड नोट सही या ग़लत? या फिर उस नोट में किस 'अपमान के साथ नहीं जीने' की बात महंत ने की थी?

महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को प्रयागराज में बाघंबरी गद्दी मठ के अपने कमरे में मृत पाए गए थे। वह भारत में साधुओं के सबसे बड़े संगठन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष थे। घटना की जगह से कथित तौर पर एक सुसाइड नोट भी मिला है और उसमें उनके क़रीबी शिष्य आनंद गिरि का ज़िक्र है। पहले दोनों के बीच काफ़ी ज़्यादा अनबन भी हुई थी। प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि नरेंद्र गिरि की मौत फांसी के कारण दम घुटने से हुई है।