मायावती ने 2022 के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार का स्वाद चखने के बाद अब 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ ही 2027 के विधानसभा चुनाव में बसपा को बीजेपी का विकल्प बनाने की कोशिशें शुरु कर दी हैं। विधानसभा चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा के बाद मायावती ने हार की हताशा और निराशा से बाहर निकलकर नए सिरे से पार्टी मे जोश भरने की क़वायद शुरु कर दी है।
आज़मगढ़ में अखिलेश को क्यों चुनौती दे रही हैं मायावती?
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2022

मायावती अब अपने पुराने सिपहसालार गुड्डू जमाली के जरिए आजमगढ़ में अखिलेश यादव को चुनौती दे रही हैं। अगर इस सीट पर बीएसपी जीत जाती है तो यह उसके लिए संजीवनी साबित हो सकती है।
मायावती ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को आज़मगढ़ से लोकसभा का उम्मीदवर घोषित कर दिया है। ऐसा करके उन्होंने सीधे अखिलेश यादव के सामने चुनौती पेश कर दी है।
सपा का मज़बूत गढ़ है आज़मगढ़
दरअसल आज़मगढ़ सपा का मज़बूत गढ़ माना जाता है। 2014 में यहां से मुलायम सिंह यादव लोकसभा का चुनाव जीते थे तो 2019 में अखिलश यादव यहीं से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। इस बार विधानसभा की सभी दस सीटें सपा ने जीती हैं। पिछले चुनाव में सपा ने पांच और बसपा ने चार जीती थीं।