मायावती ने 2022 के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार का स्वाद चखने के बाद अब 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ ही 2027 के विधानसभा चुनाव में बसपा को बीजेपी का विकल्प बनाने की कोशिशें शुरु कर दी हैं। विधानसभा चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा के बाद मायावती ने हार की हताशा और निराशा से बाहर निकलकर नए सिरे से पार्टी मे जोश भरने की क़वायद शुरु कर दी है।