कोरोना के चरम पर हुए पंचायत चुनाव में यूपी में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की दुर्गति हुई है। किसान आंदोलन की आँच में पार्टी पश्चिमी यूपी में भी बुरी तरह झुलसी है। बीजेपी के लिए सबसे बड़ा झटका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी में मिली हार है जहाँ उसे समाजवादी पार्टी ने पीछे छोड़ दिया है। आगामी विधानसभा चुनावों में अयोध्या के राम मंदिर और मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति को बड़ा मुद्दा बनाने का ख्वाब संजो रही बीजेपी को इन दोनों ज़िलों में मुँह की खानी पड़ी है।
यूपी पंचायत चुनाव में बीजेपी 75% सीटें हारी, काशी-अयोध्या-मथुरा में दुर्गति
- उत्तर प्रदेश
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- 4 May, 2021

कोरोना के चरम पर हुए पंचायत चुनाव में यूपी में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की दुर्गति हुई है। किसान आंदोलन की आँच में पार्टी पश्चिमी यूपी में भी बुरी तरह झुलसी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी में भी बीजेपी को हार मिली है।
कोरोना की दूसरी लहर के चरम पर पहुँचने की दशा में पंचायत चुनाव के आख़िरी दो चरणों के ज़िलों में बीजेपी को सबसे ज़्यादा जनता का ग़ुस्सा झेलना पड़ा है। परंपरागत रूप से बीजेपी का गढ़ माने जाने वाले राजधानी लखनऊ में भी इसकी करारी हार हुई है। हालाँकि बड़ी तादाद में जीते निर्दलीय ज़िला पंचायत सदस्यों को बीजेपी अपने पाले में बताकर जीत प्रचारित कर रही है पर वास्तविकता तो यह है कि इसने प्रदेश भर के सभी ज़िला पंचायत सदस्यों के पदों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे और सबसे ज़्यादा व्यवस्थित तरीक़े से चुनाव लड़ा था।