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बहराइच के ग्रामीण इलाके में सोमवार को दंगा जारी रहा। इसकी शुरुआत रविवार को हुई थी।

बहराइचः दूसरे दिन भी भीषण हिंसा, लूटपाट, योगी ने ये कहा, एडीजीपी सड़क पर

बहराइच जिले में भीषण हिंसा जारी है। हिंसा का सोमवार 14 अक्टूबर को दूसरा दिन है। पत्रकार सौरभ शुक्ला ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें उपद्रवियों को काबू करने के लिए एसटीएफ प्रमुख और एडीजीपी कानून व्यवस्था अमिताभ यश को सड़क पर पिस्टल के साथ भागते देखा गया। यह सीन बता रहा है कि बहराइच में हिंसा किस तरह के स्तर पर हो रही है।

घटना 13 अक्टूबर की है जब एक जुलूस एक इलाके से गुजर रहा था। एक मकान पर लगे झंडे को उतारकर भगवा झंडा फहराया गया। उस स्थल की छत पर लगी रेलिंग को गिरा दिया गया। पत्रकारों ने उस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है। भगवा झंडा लहराये जाने के बाद दोनों गुट आपस में भिड़ गये। बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ला ने कहा, "गोली लगने से हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति (गोपाल मिश्रा) की मौत हो गई और उसके बाद तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई।" 

पत्रकार सचिन गुप्ता ने ट्वीट करके बताया है कि - बहराइच, यूपी में कल (रविवार) रात बवाल हुआ। आज (सोमवार) सुबह गोपाल मिश्रा के अंतिम संस्कार में भीड़ जुटने लगी। उसे रोकने के कोई इंतजाम नहीं थे। भीड़ के हाथों में लाठी-डंडे थे। 1 किलोमीटर से ज्यादा लंबी अंतिम यात्रा होगी। देखते-देखते भीड़ हिंसक हो गई। रास्ते में जो मकान-दुकान-वाहन मिले...फूंक दिए। 

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बसपा कार्यकर्ता और सोशल एक्टिविस्ट अमिता अंबेडकर ने एक्स पर दो वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया है कि दंगे की शुरुआत उस भीड़ से हुई, जो नारे लगाती हुई आ रही थी। 

झड़प के बाद जिला प्रशासन ने महसी में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं। पुलिस ने कम से कम 30 लोगों को हिरासत में भी लिया। पुलिस को उसके घर और दुकान से जुलूस पर गोलियां चलाने के सबूत मिलने के बाद सलमान नाम के एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा, इस मामले के संबंध में दस अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

दस लोगों में से छह लोगों की पहचान अब्दुल हामिद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और मारूफ अली के रूप में की गई है। चार लोगों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर बयान दिया और जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई। योगी का बयान गौर से पढ़ा जाना चाहिए।

Bahraich riots: fierce violence on second day, how dispute started, video goes viral - Satya Hindi
कल की घटना के दौरान मारे गये गोपाल मिश्रा के शव के साथ महसी उपमंडल कार्यालय में प्रदर्शन किया गया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक जहां स्थानीय लोग भी हाथों में लाठियां लेकर इकट्ठा हो गए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। इलाके में एक बाइक शोरूम में भी तोड़फोड़ की गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ला अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर मौजूद थीं। इस बीच, शुक्ला ने लापरवाही के आरोप में दो पुलिस अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया। एनआई से बात करते हुए शुक्ला ने कहा, "हम पूरी स्थिति पर नियंत्रण हासिल कर रहे हैं। हमने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। हम उन सभी उपद्रवियों को तितर-बितर करने की कोशिश कर रहे हैं जो परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है...।" .

बहराइच में दंगा किसने करायाभाजपा और यूपी सरकार प्रदेश में अमन, चैन और साम्प्रदायिक सौहार्द कायम रहने के दावे करती रही है। लेकिन हर त्यौहार पर यूपी में कहीं न कहीं दंगे और साम्प्रदायिक हिंसा का माहौल बन जाता है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय रॉय ने सोमवार को कहा कि बहराइच में भाजपा दंगे करवा रही है। 
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा-  बहराइच, उत्तर प्रदेश में हो रही हिंसा और प्रशासन के निष्क्रिय होने की खबरें अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री जी एवं राज्य प्रशासन से अपील करती हूं कि त्वरित एक्शन लेते हुए, जनता को विश्वास में लें और हिंसा रोकें। दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो। जनता से मेरी करबद्ध अपील है कि कृपया कानून अपने हाथ में न लें और शांति बनाए रखें।

समाजवादी पार्टी (सपा) नेता फखरुल हसन चांद ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं है। चांद ने कहा-  ''यूपी में कानून-व्यवस्था सवालों के घेरे में है। यह भी किसी से छिपा नहीं है।''

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उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को जनता से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील की। मौर्य ने कहा-  "उत्तर प्रदेश की शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन हमें सतर्क और सतर्क रहना होगा। प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य को बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा।" दोषियों को कानून के दायरे में लाकर कड़ी सजा दी जाएगी और पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा। मैं सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूं।''

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क़मर वहीद नक़वी
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