बुजुर्ग महिला ने यह भी खुलासा किया कि साजिद की पत्नी गर्भवती नहीं है। "उनके दो बच्चे थे, लेकिन वे मर गए।" नाजिन ने कहा कि वह नहीं जानती कि जावेद कहां है। पीड़ित परिवार ने बयान दिया था कि साजिद ने दोनों बच्चों के पिता से अपनी प्रेग्नेंट पत्नी के लिए पांच हजार रुपये मांगे थे। उसी बात पर साजिद की मां ने स्पष्ट किया कि साजिद की पत्नी प्रेग्नेंट ही नहीं थी। यह आरोप किस वजह से लगाया गया, यह कोई नहीं जानता। दूसरी तरफ लड़कों के पिता विनोद ठाकुर ने उन खबरों का खंडन किया है कि उनके और साजिद के बीच कोई विवाद था।
मारे गए बच्चे आयुष और अहान की मां संगीता ने कहा है कि साजिद ने कहा था कि उसकी पत्नी की डिलीवरी होने वाली है और उसने 5,000 रुपये का कर्ज मांगा। संगीता ने कहा है कि उसने उसे पैसे दिए और फिर उसके लिए चाय बनाई। उसने कहा है कि साजिद उसके बेटों को छत पर ले गया और उनका गला काट दिया। लड़कों के भाई पीयूष पर भी हमला किया गया, लेकिन वह समय रहते भागने में सफल रहा।
परिवार ने पुलिस को बताया है कि हत्याओं के बाद साजिद ने अपने भाई जावेद के साथ भागने की कोशिश की, जो बाहर इंतजार कर रहा था। हालांकि, स्थानीय निवासियों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। जावेद भागने में सफल रहा। बाद में, पुलिस ने कहा, साजिद ने उन पर गोलीबारी की और जवाबी गोलीबारी में उसे गोली मार दी गई। बाद में स्थानीय निवासियों ने उसकी दुकान जला दी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अब जावेद की तलाश कर रही है। पुलिस साजिद के पिता से भी पूछताछ कर रही है।
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