राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की जोरदार तैयारियों के बीच एक जबरदस्त विघ्न आ गया है। मंदिर के एक पुजारी और सुरक्षा में तैनात 14 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 5 अगस्त को होने जा रहे भूमिपूजन से पहले इस समारोह के भव्य आयोजन में जुटी उत्तर प्रदेश सरकार को इससे झटका लगा है।
संक्रमित पाए गए पुजारी का नाम प्रदीप दास बताया गया है। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उन्हें क्वारेंटीन किया गया है लेकिन सवाल यह है कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों में संक्रमण कैसे फैल गया और ऐसी स्थिति में 5 अगस्त का कार्यक्रम कैसे होगा। यह ख़बर सामने आने के बाद पूरे अयोध्या में हड़कंप मचा हुआ है।
पीएम मोदी रखेंगे नींव
अयोध्या आंदोलन के प्रमुख संतों की ओर से भेंट की गयी 40 किलो चांदी की राम शिला के साथ प्रमुख लोगों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर की
नींव रखेंगे। कोरोना संकट के चलते भूमि पूजन कार्यक्रम में 200 लोगों को ही न्योता दिया गया है। लेकिन इस ताज़ा घटनाक्रम के बाद यह कार्यक्रम कैसे हो पाएगा, इसे लेकर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।
आरएसएस प्रमुख भी रहेंगे मौजूद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत व दूसरे नेता भी भूमि पूजन समारोह में शामिल होंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी शामिल होने की बात कही गई है।
बीजेपी के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा और विनय कटियार भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
टाइम कैप्सूल की बात अफ़वाह
उधर, बीते कुछ दिनों से समाचार चैनलों और अखबारों में यह बात प्रचारित की जा रही थी कि राम मंदिर की नींव डालते समय यहां स्टील का एक टाइम कैप्सूल काफी गहरे तक दबाया जाएगा। इस टाइम कैप्सूल में राम मंदिर के इतिहास, आंदोलन, प्रमुख घटनाओं की जानकारी मौजूद रहेगी। लेकिन मीडिया रिपोर्टों का खंडन करते हुए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी चंपत राय ने इसे कोरी अफ़वाह बताया है। उन्होंने कहा कि टाइम कैप्सूल दबाए जाने की न तो पहले कभी योजना थी और न अब है। चंपत राय ने कहा कि इस तरह की
सभी बातें फर्जी हैं।
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