जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या की वारदात तब हुई जब उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था। टेलीविजन फुटेज में अतीक अहमद को पत्रकारों से बात करते हुए देखा गया। तभी कम से कम दो लोगों ने पिस्तौल से उन पर गोलियाँ चला दीं। तब भारी पुलिस बल तैनात था। तो सवाल है कि आख़िर ऐसा करने की हिम्मत किसकी हुई? पुलिस कर्मियों व मीडिया के कैमरे के सामने ही अतीक जैसे गैंगस्टर की हत्या क्या आम बात है?