loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

चंपाई सोरेन
बीजेपी - सरायकेला

जीत

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

जीत

अतीक के 'हत्यारों' ने ली थी क्रैश कोर्स ट्रेनिंग, 3 गिरफ्तार: पुलिस

गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के मुख्य आरोपी को मदद करने वाले तीन लोगों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस का कहना है कि आज हिरासत में लिए गए लोगों ने हत्या के आरोपियों को मीडिया कर्मी के तौर पर पेश आने की ट्रेनिंग दी थी। 

पुलिस द्वारा गुरुवार को दी गई जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किये गये तीनों लोग एक स्थानीय समाचार वेबसाइट के लिए काम करते हैं। तीनों लोगों ने लवलेश तिवारी को रिपोर्ट की बारीकियां सिखाईं और वीडियो कैमरा खरीदने में उसकी मदद की थी। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच कर रहे एसआईटी ने उन्हें उत्तर प्रदेश के बांदा में रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है।

ताज़ा ख़बरें

उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को कौशांबी में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश में भी छापेमारी की। बीते शनिवार को लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी सिंह, टीवी के कैमरों और दर्जनों पुलिसकर्मियों के सामने ही अतीक और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या से पहले आरोपियों ने पूरे दिन पत्रकारों के रूप में अतीक का पीछा किया था।

पुलिस अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस को सूचना थी, इलाहाबाद की कुछ जगहों पर कुछ अपराधी छिपे हुए हैं, इनमें शाइस्ता परवीन भी है। इसके बाद पुलिस ने 12 घंटे तक तलाशी अभियान चलाया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। इस तलाशी अभियान में पुलिस ने ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल भी किया लेकिन सफलता नहीं मिली। यह जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी समर बहादुर ने समाचार एजेंसी एएनआई को दी।

उत्तर प्रदेश से और ख़बरें

 उत्तर प्रदेश के झांसी में एक मुठभेड़ में अतीक अहमद के बेटे असद के मारे जाने के कुछ दिनों बाद माफिया से नेता बने उनके भाई अशरफ अहमद शनिवार को प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय मार दिया गया था।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें