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अपने ही बूथ पर भारी सुरक्षा बल के बीच वोट डालने पहुंचे अजय मिश्रा टेनी

लखीमपुर खीरी से सांसद और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने बुधवार को चौथे चरण के दौरान अपना वोट डाला। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों के जवान मौजूद रहे। सुरक्षा इतनी जबरदस्त थी कि पत्रकार ढेर सारी कोशिशों के बाद भी उन तक नहीं पहुंच सके।

इसे लेकर कई लोगों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को आखिर अपने ही बूथ पर वोट डालने के लिए इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की क्या जरूरत थी।

अजय मिश्रा टेनी ने पत्रकारों को जीत का निशान विक्ट्री दिखाया। 

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बता दें कि अजय मिश्रा टेनी लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अभियुक्त आशीष मिश्रा के पिता हैं। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में कुल 8 लोगों की मौत हुई थी जिसमें 4 किसान भी शामिल थे। किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी गई थी जिसके बाद पूरे देश भर में बीजेपी और अजय मिश्रा टेनी का जबरदस्त विरोध हुआ था। 

किसानों और विपक्षी दलों ने मोदी सरकार से मांग की थी कि टेनी को केंद्रीय कैबिनेट से हटाया जाए लेकिन मोदी सरकार ने उन्हें कैबिनेट में बनाए रखा। क्योंकि उन्हें हटाने से ब्राह्मण मतदाताओं की नाराजगी का जोखिम पार्टी नहीं लेना चाहती थी। 

हालांकि बीजेपी इस बात को जानती थी कि अगर टेनी चुनावी सभाओं में दिखाई दिए तो इससे पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है इसलिए पूरे चुनाव प्रचार के दौरान टेनी किसी भी चुनावी मंच पर नहीं आए। 

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इस इलाके में अजय मिश्रा टेनी के राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए ही बीजेपी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया था लेकिन लखीमपुर खीरी हिंसा का मामला पार्टी के गले की फांस बन गया और पार्टी को अपने इस बड़े नेता से दूरी बनानी पड़ी।

लखीमपुर खीरी की आस-पास की कुछ सीटों पर किसानों की मौत मामले के कारण बीजेपी को नुकसान होने की बात कही जा रही है। 

कुछ दिन पहले जब आशीष मिश्रा को जमानत मिली तो इसे लेकर भी किसानों और विपक्षी दलों के नेताओं ने तीखा विरोध जताया था।

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क़मर वहीद नक़वी
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