मुश्किल में फँसी महिलाओं को राहत देने की ख़ातिर 4 साल पहले शुरू की गई '181 महिला हेल्पलाइन' में काम करने वाली महिलाएँ ख़ुद आफ़त में हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने विगत जून से बिना कोई कारण बताए उक्त 'हेल्प लाइन' को तो भंग कर ही दिया है साथ ही इन लाचार महिलाओं को बीते 1 साल से वेतन की फूटी कौड़ी भी नहीं दी है। अपने बच्चों को भूख से बिलखता देख इन मुसीबतज़दा औरतों में एक ने महीना भर पहले रेल से कट कर आत्महत्या कर ली है, बाक़ी आमरण अनशन की तैयारियाँ कर रही हैं। ये परेशान हाल औरतें प्रदेश की राजधानी के 'ईको गार्डन'  में सप्ताह भर से धरने पर बैठी हैं। शासन ने उन्हें धमकाने के लिये चारों तरफ़ हथियारबंद पुलिस का पहरा लगा दिया है।