प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दोनों तेलुगु राज्यों- आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में राजनेताओं के बीच दिलचस्प राजनीतिक जंग छिड़ी हुई है। हर कोई अपने प्रतिद्वंद्वी को नरेंद्र मोदी से जोड़कर राजनीतिक फ़ायदा उठाना चाहता है। चंद्रबाबू नायडू, के. चंद्रशेखर राव (केसीआर), जगन मोहन रेड्डी और पवन कल्याण - ये चारों बड़े नेता अपने-अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर नरेंद्र मोदी को हथियार बनाकर हमले बोल रहे हैं। इन सभी को लगता है कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को मोदी का क़रीबी साबित कर वे राजनीतिक लाभ उठा सकते हैं। ये सभी राजनेता यह मानते हैं कि दोनों तेलुगु राज्यों में ज़्यादातर लोग नरेंद्र मोदी को नापसंद करते हैं। नोटबंदी, जीएसटी, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों, लगातार बढ़ती महंगाई ने लोगों को इतना परेशान किया है कि नरेन्द्र मोदी के ख़िलाफ़ लोगों की नाराज़गी चरम पर है। यही वजह है कि एक समय नरेंद्र मोदी के बेहद क़रीबी रहे नेता भी उनसे पल्ला झाड़ रहे हैं और अपने राजनीतिक विरोधियों का मोदी से रिश्ता साबित कर ज़्यादा से ज़्यादा वोट बटोरने की फ़िराक़ में हैं।
आंध्र और तेलंगाना में मोदी के नाम से वोट कटने का डर!
- राजनीति
- |
- |
- 27 Jan, 2019

आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में हर राजनेता अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रधानमंत्री मोदी से जोड़कर राजनीतिक फ़ायदा उठाना चाहता है। इनको मोदी के नाम से क्यों वोट कटने का डर है?