भारत जोड़ो यात्रा पर हमले क्यों करवाए जा रहे हैं? क्या राम मंदिर से बीजेपी की जीत तय हो गई है? इंडिया गठबंधन में चल रही खटपट का क्या असर होगा? बीजेपी चुनाव जीतने के लिए और क्या-क्या कर सकती है? पूर्व वित्तमंत्री औऱ बीजेपी के वरिष्ठ नेता रह चुके यशवंत सिन्हा से डॉ. मुकेश कुमार की बातचीत-
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के नेता रह चुके यशवंत सिन्हा हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में काँग्रेस की हार को कैसे देखते हैं? क्या वे मानते हैं कि 2024 के आम चुनाव में मोदी की जीत तय हो गई है? उनके हिसाब से बीजेपी को चुनौती देने के लिए इंडिया गठबंधन को क्या करना चाहिए? पेश है डॉ. मुकेश कुमार की उनसे बेबाक बातचीत-
विधानसभा चुनावों के बाद राजनीति और वीभत्स होगी। मोदी सरकार बदले की राजनीति करेगी। इंडिया गठबंधन को चुनाव बाद खुद को संगठित करके विवादों को निपटाना होगा। मोदी विदेश नीति का इस्तेमाल अपनी छवि चमकाने के लिए कर रहे हैं और इससे देश का नुक़सान हो रहा है। पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा से डॉ. मुकेश कुमार की बातचीत-
मोदी जी देश को खतरनाक रास्ते पर ले जा रहे हैं. वो संसद के विशेष सत्र का इस्तेमाल अधिनायकवाद और सांप्रदायिकता को मजबूत करने के लिए कर सकते हैं. अडानी कांड की जाँच हुई तो अडानी ही नहीं, बड़े-बड़े नेता और अफसर जेल जाएँगे.
राष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष एकजुट क्यों नहीं दिखा? राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में क्या विपक्ष कभी कभी एकजुट हुआ भी है? जानिए, यशवंत सिन्हा के मामले में विपक्ष का रवैया कैसा रहा।
राष्ट्रपति का चुनाव पूरा । औपचारिक रूप से नतीजे 21 जुलाई को । लेकिन बीजेपी उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का जीतना तय । सवाल क्यों विपक्ष नहीॉ समझ पा रहा बीजेपी की रणनीति ? क्यों नहीं दे पा रहा टक्कर ? आशुतोष के साथ चर्चा में सिद्धार्थ कलहंस, प्रकाश पोहरे, कार्तिक बत्रा, प्रिया सहगल और लक्ष्मण यादव ।
क्या महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद अब झारखंड की बारी है? राष्ट्रपति पद के विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने झारखंड सरकार के अस्थिर होने की आशंका क्यों जता दी?
यूपी में राष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा। ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया है। यूपी में राजभर की पार्टी अखिलेश यादव की सपा के साथ है। सपा ने सिन्हा का समर्थन किया है। राजभर के समर्थन से यूपी में मुर्मू और मजबूत हो गई हैं। राजभर के इस ऐलान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश और यूपी में विपक्ष की स्थिति क्या है।