शिखर बैठक के दौरान नरेन्द्र मोदी ने अपने सार्वजनिक बयान में कहा कि दोनों देश एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखें लेकिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ऐसा कोई भरोसा नहीं दिया।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत के लिए तमिलनाडु के ममल्लापुरम (महाबलीपुरम) में पहुँचे प्रधानमंत्री मोदी ने प्लॉगिंग की। उन्होंने इसके माध्यम से प्लॉगिंग को बढ़ावा दिया।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई पहुँच चुके हैं। सरकारी हवाई कंपनी एअर चाइना के हवाई जहाज़ से अपने कई सहयोगियों के साथ जिनपिंग पहुँचे हैं।
शी जिनपिंग के भारत दौरे के मौके पर कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर ज़ोरदार हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री को चुनौती दी है कि वह चीन से पीओके खाली करने को कहें।
गुरुवार दोपहर बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत पहुँच रहे हैं। पर इस बैठक से दोनों देशों के बीच कितना भरोसा बढ़ेगा और रिश्तों में कितनी मजबूती आएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाक़ात से पहले शी ने पाकिस्तान के समर्थन में बयान क्यों दिया? क्या यह भारत पर दबाव बनाने की रणनीति है? क्या चीन भारत के लिए कभी पाकिस्तान का साथ छोड़ सकता है? देखिए आशुतोष की बात में इन्हीं सवालों के जवाब।