संबित पात्रा की कंपनी बिना लायसेंस के माइक्रो फायनेंसिंग करती है और इस कंपनी ने 2016 में क़रीब बासठ लाख रुपये कैश पाँच सौ और हज़ार के नोट जमा कराये थे । साकेत गोखले नामक एक एक्टिविस्ट वकील ने उन पर यह आरोप लगाया है कि संबित इस पैसे का स्त्रोत बताएँ और यह बताएँ कि 2019 के चुनाव के एफीडेविट में उन्होंने यह जानकारी क्यों छिपाई , सुनिये देखिये शीतल पी सिंह के सवाल