महाराष्ट्र की राजनीति क्या अब फिर से पलटने वाली है? जिन विधायकों की बगावत कर शिंदे खेमे में जाने के कारण उद्धव सरकार गिरी थी क्या अब उनमें से अधिकतर शिंदे खेमे को छोड़ने की तैयारी में हैं?
चुनाव आयोग द्वारा पार्टी का नाम और उसके चुनाव चिह्न उद्धव ठाकरे खेमे से छीन लिए जाने पर पार्टी के मुखपत्र सामना में संपादकीय छपा है। जानिए इसमें अमित शाह को क्यों महाराष्ट्र का दुश्मन बताया गया है?
शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न पर चुनाव आयोग की रोक के बाद पार्टी के मुखपत्र सामना ने एक संपादकीय छापा है। जानिए इसने इसमें शिंदे को लेकर क्या-क्या लिखा। पढ़िए, सामना का पूरा संपादकीय-
शिवसेना के मुखपत्र सामना में महा विकास आघाडी सरकार के गिरने को लेकर न्यायालय और राज्यपाल पर टिप्पणी की गई है। साथ ही बीजेपी और केंद्र सरकार पर भी हमला बोला गया है।
महाराष्ट्र की महा विकास आघाडी सरकार में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना ने सुनील जाखड़ और हार्दिक पटेल के कांग्रेस छोड़ने पर उसकी आलोचना की है। शिवसेना पहले भी कांग्रेस पर तीखी टिप्पणियां कर चुकी है।
मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री के द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर राज्यों से वैट घटाने के लिए कहने पर बीते दिनों खासा विवाद हुआ है। अब इस पर शिव सेना ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
शिवसेना ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के जेसीबी पर चढ़कर फोटो खिंचाने और केंद्र सरकार द्वारा उन्हें गांधी आश्रम ले जाए जाने को लेकर बीजेपी पर तंज किया है।