केंद्र में किसकी सरकार बनेगी, इसे लेकर दिल्ली में गतिविधियां तेज हैं। एनडीए और इंडिया के नेता बुधवार को अलग-अलग बैठकें कर रहे हैं। सभी दलों के बड़े नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है। इस वजह से उसे दूसरे दलों पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
बेंगलुरु में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई घोषणाएं की हैं। जिसमें सबसे खास घोषणा है कि विपक्षी मोर्चे का नाम और 11 सदस्यों की समन्वय समिति।
देश के सभी विपक्षी दलों की 12 जून को पटना में बैठक बुलाई गई है। हालांकि यह मुख्य बैठक नहीं है, बल्कि तैयारी बैठक है। लेकिन विपक्ष का एक जगह जुटना पहली बार होगा।
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल आज से तीन दिन के दौर पर बंगाल और मुंबई जा रहे हैं। यह दौरा भाजपा विरोधी मुहिम का हिस्सा है। वो केंद्र द्वारा दिल्ली राज्य के खिलाफ लाए गए अध्यादेश पर विपक्ष को एकजुट करने निकले हैं।
देश के ताजा राजनीतिक परिदृश्य में विपक्षी एकता अब सबसे महत्वपूर्ण हो गई है। विपक्ष के बिना एक हुए, बीजेपी को हराया नहीं जा सकता लेकिन राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार शैलेश का कहना है कि विपक्षी एकता इतना आसान नहीं है। ऐसे में कांग्रेस के पास क्या विकल्प हैं। पढ़िए उनका नजरियाः
राष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार बनाने को क्या विपक्ष की ओर से खाका तैयार हो गया है? क्या कल की बैठक से पहले ममता बनर्जी और शरद पवार विपक्ष की रणनीति बनाने के लिए मुलाक़ात की?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। विपक्ष मजबूरियाँ त्याग 2024 के लिए व्यवस्थित योजना बनाए: सोनिया । तेजस्वी बोले - संजय यादव तेजस्वी से मुझे मिलने नहीं दे रहे
सोनिया गांधी ने 2024 के चुनाव से पहले विपक्षी एकता को एकजुट करने की कोशिश की है। 19 दलों की बैठक में सोनिया ने विपक्षी दलों से 2024 के चुनावों के लिए व्यवस्थित रूप से योजना बनाने का आह्वान किया।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। विपक्षी नेताओं के साथ राहुल गांधी ने बुलाई बैठक, बनाएंगे रणनीति। पीएम भी देख रहे थे हॉकी मैच, हार के बाद बोले-'हार-जीत तो जीवन का हिस्सा