अन्ना आये, अनशन आया, 2014 में नयी सरकार आयी लेकिन लोकपाल नहीं आया। पाँच साल तक ठाट से चौकीदारी चलाने के बाद अचानक मोदीजी ने इस सबसे सम्मानजनक पद को `सहकारिता आंदोलन’ में क्यों बदल दिया?
अन्ना आंदोलन के दौरान बने नारे की तर्ज पर बीजेपी ने ‘मैं भी चौकीदार’ नारा तो बना लिया, लेकिन देखना होगा कि क्या यह नारा लोगों को लोकसभा चुनाव में लुभा पाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और बाक़ी पार्टी नेताओं के नाम के आगे चौकीदार लगाने से यह तय हो गया है कि पार्टी इस मुद्दे पर आक्रामक ढंग से चुनाव लड़ेगी।