सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस दीपक गुप्ता ने देवांगना कालिता, नताशा नरवाल और आसिफ़ इक़बाल तन्हा को ज़मानत देते हुए यूएपीए पर की गई दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणी की जमकर तारीफ़ की है।
नताशा नरवाल, देवांगना कलिता, इक़बाल आसिफ तनहा की रिहाई में दिल्ली पुलिस की नियत साफ़ नहीं? सरकार और पुलिस इस केस के ज़रिये युवाओं को क्या संदेश देना चाहती है? देखिये नीलू व्यास कि ख़ास बातचीत सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस दीपक गुप्ता के साथ
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस दीपक गुप्ता ने क्यों कहा है कि भारत पुलिस स्टेट बनता जा रहा है? दिशा रवि की गिरफ्तारी पर क्या कहते हैं जस्टिस गुप्ता ? देखिए जस्टिस दीपक गुप्ता के साथ वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की ख़ास बातचीत। Satya Hindi
दिशा रवि के ख़िलाफ राष्ट्रद्रोह का क्यों नहीं बनता है? पुडुचेरी में भी बीजेपी की तोड़फोड़, कांग्रेस सरकार अल्पमत में। क्या राम मंदिर को चंदा नहीं देने वालों के घरों को चिन्हित किया जा रहा है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
जस्टिस दीपक गुप्ता, जो हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्होंने अपने विदाई भाषण में कहा कि भारतीय न्यायिक प्रणाली आज, ग़रीबों के ख़िलाफ़ और अमीरों की पक्षधर हो गयी है।
सुप्रीम कोर्ट में तीन साल तक जज रहने के बाद पद से रिटायर हुए जस्टिस दीपक गुप्ता ने साफ़ शब्दों में कहा है कि उन्हें किसी ने राज्यसभा पद की पेशकश नहीं की, पर वे इसे स्वीकार नहीं करते।
पिछले कुछ सालों में जिस तरह राजद्रोह से संबंधित धारा 124A का दुरुपयोग हुआ है उससे यह सवाल खड़ा होता है कि क्या हमें इसके बारे में फिर से विचार करने की ज़रूरत है।