दुनिया भर के विशेषज्ञ भारत में आर्थिक विकास दर के बढ़ने के संकेत दे रहे हैं। जानिए, आर्थिक विशेषज्ञों को धनतेरस और दिवाली से क्यों है तरक्की की उम्मीद।
सांख्यिकी विभाग ने जब जीडीपी 20.1 फ़ीसदी विकास दर के आँकड़े जारी किए तो एक के बाद एक सभी टीवी चैनलों पर इसे सरकार की उपलब्धि बताया जाने लगा। लेकिन क्या इसे वाक़ई सरकार की उपलब्धि माना जा सकता है?
2020 की ख़ासियत यह रही है कि इस साल जितना भी बुरा हुआ, उसका आरोप मढ़ने के लिए एक खलनायक मौजूद है। ख़ासकर आर्थिक मोर्चे पर जितनी भी दुर्गति दिख रही है उसके लिए।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी न्यूज़ समाचार बुलेटिन।आर्थिक मंदी पर मोहर लगी, जीडीपी में 7.5% की गिरावट।आखिरकार किसानों को दिल्ली के अंदर आने की मिली इजाजत
आरबीआई का अनुमान है कि जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी में 8.6 फ़ीसदी की सिकुड़न आएगी। अब तकनीकी तौर पर भी कहा जा सकता है कि भारत में आर्थिक मंदी आ गई है।
लॉक डाउन ख़त्म करने को लेकर केंद्र और राज्यों की सरकारें दुविधा में हैं और बदहाल होती अर्थ व्यवस्था माध्यम वर्ग को भी संकट में डालने की तरफ़ बढ़ रही है। शैलेश की रिपोर्ट।