कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार 18 अक्टूबर को अडानी समूह पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कोयले की बढ़ती कीमतों के पीछे अडानी समूह है, इस वजह से जनता को बिजली महंगी मिल रही है। अडानी समूह को मोदी सरकार का संरक्षण है। राहुल गांधी ने इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें इस आशय की रिपोर्ट प्रकाशित भी हुई है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार 25 सितंबर को छत्तीसगढ़ की रैली में पीएम मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के साथ उनके रिश्तों पर फिर हमला बोला। राहुल गांधी ने बीच में अडानी-मोदी पर हमला बंद कर दिया था लेकिन काफी दिनों बाद फिर मुंह खोला है।
संकट में घिरे उद्योगपति गौतम अडानी ने आज अचानक एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। आज ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट और एक वीडियो के जरिए अडानी समूह पर बड़ा हमला बोला। जानिए सारा राजनीतिक घटनाक्रमः
अडानी मुद्दे पर सरकार की चुप्पी क्या किसी नीति का हिस्सा है। वरिष्ठ पत्रकार वंदिता मिश्रा ने आज अपने इस स्तंभ में सवालों के जरिए पूछा है कि आखिर इस सारे मामले की जांच क्यों नहीं होना चाहिए। उनके सवालों को समझिए और बतौर जागरूक नागरिक खुद से भी सवाल करिए।
भारत में पहले दौर के पूंजीपतियों और मौजूदा दौर के पूंजीपतियों का महीन अंतर समझा रहे हैं पत्रकार और लेखक अपूर्वानंद। उनके मुताबिक पहले दौर के पूंजीपति राष्ट्र निर्माण में भी भूमिका निभाते रहे हैं। नया दौर सेठ तंत्र विकसित कर रहा है, जो सिर्फ अपने मुनाफे के बारे में सोचता है।
अडानी के मामले में पीएम मोदी उनसे रिश्तों का अब चाहे लाख छिपाना चाहें, वो छिप नहीं सकता। देश में यह संदेश साफ जा चुका है कि अडानी-मोदी रिश्ते बहुत साफ हैं। इसे चाहकर भी नहीं छिपाया जा सकता।