कर्नाटक में लिंगायत मठ के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति शरणारू को यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन पर हाई स्कूल में पढ़ने वाली दो नाबालिग छात्राओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। लेकिन सवाल यह है कि छात्राओं द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद भी मठ के मुख्य पुजारी की गिरफ्तारी में एक सप्ताह का वक्त क्यों लग गया?
कर्नाटक में क्या है लिंगायत समुदाय की राजनीतिक ताकत?
- कर्नाटक
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- 2 Sep, 2022
कर्नाटक में लिंगायत समुदाय की राजनीतिक ताकत कितनी है और लिंगायत समुदाय के लोगों की मान्यताएं क्या हैं और ये हिंदू धर्म से किस तरह अलग हैं?

इस सवाल का जवाब यह है कि लिंगायत समुदाय कर्नाटक में प्रभावशाली समुदाय है इसलिए मठ के मुख्य पुजारी की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक दलों ने भी चुप्पी साधे रखी।
लेकिन कर्नाटक में लिंगायत समुदाय की राजनीतिक ताकत कितनी है और लिंगायत समुदाय के लोगों की मान्यताएं क्या हैं और ये हिंदू धर्म से किस तरह अलग हैं, इस बारे में जानना जरूरी है। पहले बात करेंगे लिंगायत समुदाय की मान्यताओं के बारे में।