कर्नाटक में लिंगायत संप्रदाय के संत बसवलिंगा स्वामी ने आत्महत्या कर ली है। उनका शव सोमवार सुबह उनके कमरे में फंदे से लटकता हुआ मिला। यह घटना कर्नाटक के रामनगर जिले में हुई है। बसवलिंगा स्वामी पिछले 25 साल से कंचुगल बंदे मठ के मुख्य संत थे। यह मठ 400 साल से ज्यादा पुराना है। इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
कर्नाटक: लिंगायत संत बसवलिंगा स्वामी ने क्यों की आत्महत्या?
- कर्नाटक
- |
- |
- 25 Oct, 2022
संत ने जो दो पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा है उसमें कुछ लोगों पर आरोप लगाया है कि वे लोग उन्हें उनके पद से हटाना चाहते थे और इसके लिए उनका उत्पीड़न कर रहे थे। बसवलिंगा स्वामी 44 साल के थे।

संत के द्वारा आत्महत्या करने का पता तब चला जब मठ के कर्मचारियों ने उनके कमरे का दरवाजा तोड़ा। उन्होंने संत को वहां फंदे से लटकता हुआ पाया।
संत ने जो दो पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा है उसमें कुछ लोगों पर आरोप लगाया है कि वे लोग उन्हें उनके पद से हटाना चाहते थे और इसके लिए उनका उत्पीड़न कर रहे थे। बसवलिंगा स्वामी 44 साल के थे।