निकहत ज़रीन और लवलीना बोरगोहेन ने नई दिल्ली में महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए रविवार को स्वर्ण पदक जीते। निकहत ज़रीन ने 50 किग्रा वर्ग में तो लवलीना ने 75 किग्रा वर्ग में। निकहत जरीन ने वियतनाम की गुयेन थी टैम के खिलाफ 50 किग्रा वर्ग के फाइनल में 5-0 से जीत दर्ज की। लवलीना ने ऑस्ट्रेलिया की केटलिन पार्कर के खिलाफ 5-2 से जीत हासिल की। इससे पहले शनिवार को भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघास (48 किग्रा) और स्वीटी बूरा (81 किग्रा) ने भी अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। इस तरह भारत ने इस चैंपियनशिप में कुल चार स्वर्ण पदक जीते।
निकहत ज़रीन का कद लगातार बढ़ता जा रहा है क्योंकि उन्होंने अपनी ट्रॉफियों में दूसरा विश्व खिताब जोड़ा है।
खचाखच भरे केडी जाधव इंडोर हॉल के सामने निकहत ने दो बार की एशियाई चैंपियन वियतनाम की गुयेन थी टैम को हराया। इस जीत के साथ निकहत दो बार प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाली दिग्गज एमसी मैरी कॉम के बाद दूसरी भारतीय बन गई हैं।
पिछले साल 52 किग्रा भार वर्ग में खिताब जीतने वाली निकहत ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मैं दूसरी बार विश्व चैंपियन बनी हूं, खासकर ओलंपिक वर्ग में।'
Congratulations @LovlinaBorgohai for her stupendous feat at the Boxing World Championships. She showed great skill. India is delighted by her winning the Gold medal. pic.twitter.com/KjsHEozoQJ
— Narendra Modi (@narendramodi) March 26, 2023
इससे पहले निकहत ज़रीन के गोल्ड जीतने पर भी प्रधानमंत्री मोदी सहित तमाम बड़े नेताओं ने बधाई दी थी।
निकहत ज़रीन ने कहा, 'आज का मुक़ाबला मेरे लिए सबसे कठिन था, वह एक एशियाई चैंपियन है और मेरा अगला लक्ष्य एशियाई खेल है और मेरा उससे सामना हो सकता है, इसलिए मैं कड़ी मेहनत करूंगी।'
नीतू घांघास ने शनिवार को हुए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 48 किग्रा वर्ग के फाइनल में मंगोलिया की लुत्साईखान अल्तानसेतसेग को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया था। वह इस टूर्नामेंट के इतिहास में स्वर्ण पदक जीतने वाली छठी भारतीय महिला मुक्केबाज बनीं। शनिवार को ही स्वीटी बूरा ने 75-81 किलोग्राम फाइनल में चीन की वांग लीना को हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया। स्वीटी ने यह मुकाबला 4-3 के अंतर से जीता।
मेजबान भारत ने स्वर्ण पदकों के मामले में अपने अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी की। भारत ने 2006 के संस्करण में घर में चार स्वर्ण जीते थे जो एक रजत सहित आठ पदकों के साथ देश का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
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