भारतीय क्रिकेटर मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का एलान किया है। मिताली राज ने बुधवार को ट्विटर पर एक बयान जारी कर कहा है कि वह क्रिकेट करियर के दौरान मिले लोगों के प्यार के लिए उनका शुक्रिया अदा करती हैं।
मिताली ने लिखा है कि उनका क्रिकेट करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा और उन्हें 23 साल के अपने करियर के दौरान बहुत कुछ सीखने को मिला। मिताली ने लिखा है कि हर एक सफर की तरह इस सफर का भी अंत हो रहा है।
39 साल की मिताली को अपने क्रिकेट करियर में अर्जुन अवार्ड, पद्मश्री और मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया। क्रिकेट करियर के दौरान मिताली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बैटिंग लाइन की मजबूत खिलाड़ी थीं।
हालांकि वह महिला क्रिकेट टीम की कप्तान रहते हुए भारत को विश्व कप में जीत नहीं दिला सकीं। लेकिन उनका क्रिकेट करियर शानदार रहा है।
50.68 रहा औसत
मिताली राज ने भारत के लिए 232 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने 7805 रन बनाए और उनका औसत 50.68 रहा। मिताली राज ने जून, 1999 में 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कदम रखा था।
मिताली राज के भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कैप्टन रहते हुए भारत 2017 में आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा था। मिताली राज ने अपनी कप्तानी में साल 2005 में भी भारत को आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाया था।
मिताली राज ने 89 T20 मैचों में 2364 रन बनाए जो अब तक किसी भी भारतीय का सबसे बड़ा स्कोर है।
इसके साथ ही उन्होंने 12 टेस्ट मैच खेलते हुए 699 रन बनाए। मिताली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8 शतक और 85 अर्धशतक लगाए। इंग्लैंड में 2002 में खेली गई उनकी 214 रन की पारी महिला क्रिकेट में किसी भी क्रिकेटर के द्वारा बनाया गया दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है।
मिताली ने लिखा है कि उन्होंने मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने बीसीसीआई और इसके सचिव जय शाह का भी शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा है कि भारत और दुनिया में महिला क्रिकेट की तरक्की के लिए वह अपना योगदान देती रहेंगी।
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