भारतीय क्रिकेट टीम को एक अलग मुकाम तक पहुँचाने वाले महेंद्र सिंह धोनी के प्रदर्शन पर अब अक्सर सवाल उठ जाते हैं। वैसे तो वह चौके-छक्के जड़ने और हारे हुए मैच का भी रुख मोड़ने में माहिर माने जाते रहे हैं। लेकिन अब उम्र बढ़ने के साथ-साथ ही उनके चौकों और छक्कों के बीच गेंदों का फासला भी बढ़ने लगा है।