साल 2000 में असम के ख़िलाफ़ महेंद्र सिंह धोनी ने जमशेदपुर में अपना पहला फ़र्स्ट क्लास मैच खेला। विकेटकीपर के तौर पर उनका पहला शिकार विरोधी टीम के विकेटकीपर पराग दास का था जो स्टंपिंग के शिकार हुए। इसे महज एक इत्तफाक ही कहा जायेगा कि 19 साल बाद जयपुर में एक आईपीएल मैच के दौरान धोनी ने पराग दास के बेटे रियान पराग का कैच विकेट के पीछे लपका।